होली से पहले देशभर में H3N2 वायरस का विस्फोट!  जानें लक्षण और बचाव के तरीके!

होली से पहले देश में इन्फ्लूएंजा का कहर बढ़ता जा रहा है.

इसके कई लक्षण कोविड जैसे भी चल रहे हैं, ऐसे में पहचान करना चुनौती है.

हर बीतते दिन के साथ मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है और अलग-अलग तरह के लक्षण देखने को मिल रहे हैं. 

इन्फ्लूएंजा के ज्यादा मामले 15 साल से कम उम्र के बच्चों और 65 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों में देखने को मिल रहे हैं. 

अस्पतालों में भी मास्क पहनने को लेकर आदेश जारी किया  हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, मौसमी इन्फ्लूएंजा वायरस चार टाइप- A, B, C और D का होता है. 

इन्फ्लूएंजा टाइप A के दो सबटाइप होते हैं. एक होता है H3N2 और दूसरा- H1N1. 

इन्फ्लूएंजा से संक्रमित होने पर बुखार, खांसी (सूखी), सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, थकावट, गले में खराश और नाक बहने जैसे लक्षण नजर आते हैं. 

लोगों का बुखार एक हफ्ते में ठीक हो जाता है, लेकिन खांसी ठीक होने में दो या उससे ज्यादा हफ्ते का समय लग जाता है. 

 संक्रमण से बचने के लिए नियमित रूप से साबुन से हाथ धोएं, फेस मास्क पहनें और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें.

आईसीएमआर ने बुखार और बदन दर्द की स्थिति में पैरासिटामोल लेने की सलाह दी है. 

इसके अलावा हाथ मिलाने से बचने को भी कहा गया है. 

ICMR ने कहा है कि एंटीबायोटिक्स और अन्य दवाएं डॉक्टर से सलाह के बाद ही लेनी चाहिए. 

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